अपने माता-पिता का सम्मान करें
देखिये देखिये डॉक्टर मेरे बेटे को क्या हो गया डॉक्टर साहब ने देखते हुए कहा, अरे जैन साहब घबराने की कोई बात है मामूली चोट हे ड्रेसिंग कर दी है, ठीक हो जायेगा।
डॉक्टर साहब कुछ पेन किलर लिख देते दर्द कम हो जाता अच्छी से अच्छी दवाईया लिख देते ताकि जल्दी ठीक हो जाये गांव भर जाये
*डाक्टर* अरे जैन साहब क्यों इतने चिंतित हो रहे हो कुछ नही हुआ है 3-4दिन में ठीक हो जायेगा, पर डॉक्टर साहब इसको रात को नींद तो आजायेगी न...
*डॉक्टर* अरे हा भाई हा निश्चिन्त रहो, बच्चे को लेकर लौटे तो नोकर बोला सेड़जी आपका ब्रांडेड महंगा शर्ट खराब हो गया खून लग गया अब ये दाग नही निकलेंगे।
*जैन साहब* कोई नी ऐसे शर्ट बहुत आएंगे जायेंगे मेरे बेटे का खून बह गया वो चिंता खाये जा रही है, कमजोर नही हो जाये तू जा एक काम थोड़े सूखे मेवे फ्रूट ले आओ खिलाना पड़ेगा और दुकान तुम मंगल कर लेना में चलता हु घर पर।
*40 साल बाद* दुकान शोरूम में तब्दील हो गई है।
जैन साहब का बेटा बिजनेश बखूबी संभाल रहा है। जैन साहब रिटायर्ड हो चुके हे घर पर ही रहते है।
तभी घर से बेटे की पत्नी का फोन आता है।
*पत्नी* अजी सुनते हो ये आपके पिताजी पलंग से घिर गए हे, सर पर से खून आ रहा है।
*लड़का* अरे यार ये पिताजी भी न इनको बोला जमीन पर सो जाओ, जमीन पर सोते नही पलंग पर ही सोते है, अरे रामु काका जाओ तो घर पर पिताजी को डॉक्टर अंकल के पास ले कर आओ में मिलता हूँ वही बूढ़े हो चुके रामु काका चल कर धीरे धीरे घर जाते है।
तब तक सेड़जी का काफी खून बह चूका था बहु मुँह चढ़ा कर बोली, ले जाओ जल्दी पूरा महंगा कालीन खराब हो गया है रामु काका जेसे तेज़ सायकल रिक्सा में सेड़जी को डाल कर क्लीनिक ले गए
बेटा अब तक नही पंहुचा था।
रामु काका ने फोन किये तो बोला, अरे यार वो कार का चाबी नही मिल रहा था अभी मिला है, थोड़े कस्टमर भी हे आप बेठो लेकर में आता हूँ, जो दुरी 40 साल पहले एक बाप ने बेटे के सर पर खून देखकर 10 मिनट में बेटे को गोदी में उठा कर भाग कर तय कर ली थी, बेटा 1घन्टा 10 मिनट में कार से भी तय नही कर पाया था, डाक्टर ने जेसे ही जैन साहब को देखा, उनको अंदर ले गए इलाज चालू किया, तब तक बेटा पहुँच गया डॉक्टर अंकल बोले बेटे खून बहुत बह गया है एडमिट कर देते ठीक रहता।
*बेटा* अरे कुछ नही डाक्टर साहब आप ड्रेसिंग कर दो ठीक हो जायेगा, 2-4दिन मे डाक्टर अंकल बोले ठीक हे कुछ दवाईया लिख देता थोड़ी महंगी हे लेकिन आराम जल्दी हो जायेगा।
*लड़का* अरे डा अंकल चलेगा 4-5दिन ज्यादा लगेंगे तो अब इतनी महंगी दवाइयो की क्या जरूरत चलो मुझे निकलना पड़ेगा शोरूम पर कोई नही है ये सुनते ही डॉक्टर अंकल के सब्र का बांध टूट गया और 40 साल पहले की घटना पूरी सुनाई।
बेटे के आँख में अविरल अश्रु धारा बह रही थी।
तभी बहु का फोन आया वो महंगा कालीन खराब हो गया है क्या करु?
बेटा बोला कालीन ही खराब हुआ हे न नया आ जायेगा, तुम पलंग पर नया चद्दर और गादी डालो में पिताजी को ले कर आ रहा हूँ, जैन साहब के आँखों में आँसू थे, और ये ख़ुशी के थे, चोट का दर्द गायब था बेटे के अपनेपन ने सब भुला दिया बस अब तो म्रत्यु भी आ जाये तो स्वीकार है।
मित्रो ये आज की हकीकत है, आज हमारे अंदर का इंसान मर चूका है माँ बाप एकाकी जीवन जी रहे है और बेटा सफलता और दौलत
की चकाचोंध मै खो कर सब कुछ भूल चूका है!
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